हमारा अंकुर भी साहस है
वृक्ष बनूँ तो साहस है
फूल-फल-बीज हमारा
सब कुछ साहस है
हमारा सर्वांग साहस है
हमारा सर्वांश साहस है।
वृक्ष बनूँ तो साहस है
फूल-फल-बीज हमारा
सब कुछ साहस है
हमारा सर्वांग साहस है
हमारा सर्वांश साहस है।
रिश्ते-नाते, जान-पहचान औ हालचाल सब जुड़े टके से। टका नहीं यदि जेब में तो रहते सभी कटे-कटे से।। मधुमक्खी भी वहीं मँडराती मकरन्द जहाँ वह पाती ...
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