तुम
ज्वाला बनों
धरतीको दहलाओ
भूकम्पबनों
भू को हिलाओ
पर
#ABVP
का कुछ नहीं बिगाड़सकते
क्योंकि
इसमें सूरजकी आँचहै
गिरि की स्थिरताहै
नदी का प्रवाहहै
धरतीका धैर्यहै
समुद्रकी गहनताहै
पृथ्वीका विस्तारहै
शशिकी शीतलताहै
नक्षत्रों की द्युतिहै
औ हर युवा मनसे
इसकी अविभक्त युतिहै
Thursday, December 26, 2019
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यथार्थ
रिश्ते-नाते, जान-पहचान औ हालचाल सब जुड़े टके से। टका नहीं यदि जेब में तो रहते सभी कटे-कटे से।। मधुमक्खी भी वहीं मँडराती मकरन्द जहाँ वह पाती ...
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रिश्ते-नाते, जान-पहचान औ हालचाल सब जुड़े टके से। टका नहीं यदि जेब में तो रहते सभी कटे-कटे से।। मधुमक्खी भी वहीं मँडराती मकरन्द जहाँ वह पाती ...
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माँ-बाप का दुत्कारत हैं औ कूकुर-बिलार दुलारत हैं यहि मेर पुतवै पुरखन का नरक से तारत है ड्यौढ़ी दरकावत औ ढबरी बुतावत है देखौ कुलदीपकऊ ...
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गुलमोहर बदरंग मन में रंग भरते गुलमोहर निराश हृदय को आस दिलाते गुलमोहर खिलते रहो उदासियों में भी जीवन्त रहो नीरवता में...
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