Monday, March 20, 2017

उनके पञ्चवर्षीय स्याह अमावसी चेहरे

उनके
पञ्चवर्षीय
स्याह अमावसी चेहरे पर
आज पूर्णमासी का
नूर बिखरा है।
मुख के म्लानता
और दाग को छुपाकर
पूर्णिमा का चाँद
दिखना है उनको।
उन्हें लगता है कि
इस बार भी उनकी
वादों और आश्वासनों
से लिपीपुती चमक को देखकर
जनसमुद्र चौंधिया जायेगा
और उसमें वोट का
ज्वार आयेगा
और वे, उनका
बनावटी पूर्णिमा से
ढँका अमावसी चेहरा
जीत जायेगा
फिर पाँच साल के
अमावस के लिये....

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