हे भारत-पुत्र!
अमर है
विजिगीषा तुम्हारी
अमर तव बलिदान
तुम्हारे शौर्य-पराक्रम से ही
भारतभूमि महान।।
#नमन
रिश्ते-नाते, जान-पहचान औ हालचाल सब जुड़े टके से। टका नहीं यदि जेब में तो रहते सभी कटे-कटे से।। मधुमक्खी भी वहीं मँडराती मकरन्द जहाँ वह पाती ...
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