तुम कहाँ जन्में?
क्या हो?
कौन हो?
माता-पिता कौन हैं?
यह परिवार सिखाता है
बताता है।
पर सच्चे अर्थों में
तुम क्या हो?
और क्या कर सकते हो
यह असीमित भाव
शिक्षक जगाता है।
शिक्षक ही
व्यक्तित्व
गढ़ता है।
क्षमताओं को
निखारता है।
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