आजकल बाग बीमार है
बेजार है
लाचार है
मर रही हैं मधुमक्खियाँ
जो पराग लाती थीं
बाग पुष्पाती थीं
अब सब बेकार है
कीकर के पेड़ हैं
कैक्टस का रोर है
यूकेलिप्टस का जोर है
विकास का शोर है
इस लिये बाग बीमार है
न बसंत है न बहार है
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