लोनी लग रही है
उनके घरों की नींव में
हर ईंट सीलन सोखने लगी है
भुरभुरा कर गिरने लगा है पलस्तर
अंदर की ईंट लगने लगी है
घिसने लगा है चबूतरा
चौखट को दीमक खाने लगे हैं
डेहरी की सुरक्षित निधियों को
घुन चालने लगे हैं
खुले हैं आने-पिहाने
चूहे मनमौजी जाने लगे हैं।
घर की सफेदी
बदरंग हो रही है।
तो देखो हल्ला मचाने लगे हैं।।
उनके घरों की नींव में
हर ईंट सीलन सोखने लगी है
भुरभुरा कर गिरने लगा है पलस्तर
अंदर की ईंट लगने लगी है
घिसने लगा है चबूतरा
चौखट को दीमक खाने लगे हैं
डेहरी की सुरक्षित निधियों को
घुन चालने लगे हैं
खुले हैं आने-पिहाने
चूहे मनमौजी जाने लगे हैं।
घर की सफेदी
बदरंग हो रही है।
तो देखो हल्ला मचाने लगे हैं।।
No comments:
Post a Comment