Monday, June 25, 2018

जीवन नरक है

सुंदर पार्क है
वाटिका है
चमचमाती गाड़ी और
सीमेंट से भरी
सुंदर सड़क है
फिर भी जीवन नरक है।
धूल है
धूप है
सड़ी हुयी गंध है
चमचमाती
लिपी पुती
चकाचौंध हर तरफ है
फिर भी जीवन नरक है।
बोतल है
बोतल बंद पानी है
पेप्सी और कोला की
बेहतर रवानी है
माइक्रोवेव में
उष्ण भोजन है।
फिर भी प्यास और तड़प है
जीवन नरक है।
जिन्दगी ठेले पर है
नालियों में बह रही
प्रदूषण की मार
चुपचाप सह रही
जीवन का बेड़ा गर्क है।
जीवन नरक है।

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